जिला बार एसोसिएशन के नव निर्वाचित कार्यकारिणी ने फौजदारी मुकदमों के वकीलों के साथ बैठक कर उनके काम में आने वाली परेशानियों और उसके समाधान पर चर्चा की गई। जिला बार सचिव राजेश यादव के अनुसार सोमवार को बार कक्ष में अध्यक्ष चंद्रभान सिंह राठौड़ की अध्यक्षता में बैठक हुई। जिसमें एडवोकेट जे.एस. राणा, बसंत विजय वर्गीय, मंगलसिंह रावत, प्रदीप चौरी, गुरुप्रीत सिंह सोढ़ी, अशोक मटाई, संदीप यादव, संजय गुर्जर व जगत चौधरी ने फौजदारी मुकदमों की सुनवाई के समय होने वाली परेशानी
से अवगत कराया। वकीलों ने बताया कि गिरफ्तारी के समय आरोपी के परिवार को सूचना दी जानी चाहिए, जमानत अर्जी पर शीघ्र सुनवाई की जाएं और जांच
अधिकारी द्वारा अतिशीघ्र केस डायरी पेश की जानी चाहिए। जमानत अर्जी खारिज होने का आदेश तत्काल आरोपी के वकील को दिया जाना चाहिए, जिससे वह जमानत के लिए उच्च न्यायालय में अपनी कार्रवाई कर सके। पर्सनल स्तर पर एडजोनमेंट पर न्यायिक अधिकारी विरोध नहीं करे। सूचीबद्ध गवाहों को गवाही के लिए
फोन पर इत्तला कर नहीं बुलाया जाए। उसे सम्मन के जरिए सूचना दी जानी चाहिए। एफआर पेश करते समय परिवादी व उसके वकील को सूचना देकर अदालत में बुलाया जाना चाहिए। गिरफ्तार अभियुक्त को भोजनावकाश के पहले अदालत में पेश किया जाना चाहिए। बार के कार्य स्थगन की पालना सख्ती से की जानी
चाहिए। बैठक में उपाध्यक्ष गुलाब सिंह राजावत, शिवराज कुशवाह, संयुक्त सचिव अनिल गौड़, कोषाध्यक्ष रोशन प्रकाश शमां, पुस्तकालय अध्यक्ष अतुल शर्मा, कार्यकारिणी सदस्य परमेश्वर खीची, अक्षय गौरा, बीना मुकरिया, घनश्याम दास, लक्ष्मण, देवीसिंह, हेमंत जैन, सुनील दत्त व योगेश आदि उपस्थित थे।