राजस्थान ज्यूडिशरी अकादमी की ओर से आयोजित कार्यशाला के समापन पर मौजूद संभागी।
नए कानून और नवसृजित भारतीय न्याय संहिता पर मंथन
राजस्थान ज्यूडिशरी अकादमी की दो दिवसीय कार्यशाला संपन्न
राजस्थान ज्यूडिशियल अकादमी जोधपुर की संसद द्वारा पारित नए कानून और नवसृजित भारतीय न्याय संहिता, भारतीय साक्ष्य अधिनियम एवं भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता को लेकर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का समापन रविवार को हो गया। जिला मेशन न्यायाधीश श्रीमती संगीता शर्मा ने सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। जिला बार अध्यक्ष चंद्रभान सिंह राठौड़ व सचिव राजेश यादव के अनुसार रविवार को प्रथम सत्र में न्यायिक मजिस्ट्रेट मनमोहन चंदेल व महावीर सिंह सहित अधिवक्ता भगवान सिंह चौहान ने सेशन, वारंट व सम्मान सहित समरी ट्रायल पर अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यशाला के दूसरे सत्र में लोक अभियोजक विवेक पाराशर, अधिवक्ता सीमांत भारद्वाज और देवेन्द्र सिंह शेखावत ने भारतीय न्याय संहिता, भारतीय साक्ष्य अधिनियम एवं भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के बारे में जानकारी दी। उन्होंने जमानत रिफार्म पर भी चर्चा की है। कार्यशाला के तृतीय सत्र में पारिवारिक न्यायालय के न्यायाधीश रामेश्वर, अपर मेशन न्यायाधीश अमन वर्मा और विकास चौधरी ने भारतीय गाक्ष्य अधिनियम, इलेक्ट्रॉनिक एविडेस, लोक दस्तावेज, बर्डन ऑफ प्रूफ और द्वितीय साक्ष्य विषय पर सभी को संबोधित किया। अंतिम सत्र में सेशन न्यायाधीश श्रीमती संगीता शर्मा ने सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।