पटवारी एवं वकीलों का विवाद घटना के दो दिनों बाद एक बार फिर उस समय गरमा गया जब जिला बार एसोसिएशन ने सोमवार को राजस्व मंडल अध्यक्ष को ज्ञापन देकर प्रकरण की जांच कराते हुए बरसों से एक ही जगह कार्य कर रहे पटवारियों का तबादला करने और उनकी संपत्तियों की जांच की मांग की। जिला बार ने ज्ञापन की प्रति मुख्यमंत्री, राजस्व मंत्री, जिला कलक्टर व भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के पुलिस अधीक्षक को भी भेजी है।
जिला बार सचिव राजेश यादव के अनुसार पटवारी और वकील मनीष रावत एवं अंजू चौधरी से हुए विवाद के बाद दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ कार्रवाई व निष्पक्ष जांच कराने की मांग की थी। इसके कुछ मध्यस्थों ने दोनों के बीच समझाइश कराने का प्रयास किया था, किंतु उक्त वारदात में शामिल पटवारी नहीं माने। उन्होंने वकीलों के खिलाफ कार्रवाई की मंशा जाहिर की। जिससे जिला भार अध्यक्ष चन्द्रभान सिंह राठौड़ के नेतृत्व में अजमेर
राजस्व मंडल अध्यक्ष को ज्ञापन देकर, उन्हें संपूर्ण घटना से अवगत कराया और पटवारी हर्ष वर्मा, राम भरोसे, कृष्ण यादव व ज्ञानेन्द्र तथा वारदात में सहयोगी रहने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने, एक जगह वर्षों से सेवारत पटवारियों का तबादला करने, कार्यालयों में पटवारियों की उपस्थिति बायोमेट्रिक मशीन से दर्ज कराने और पटवारियों की संपत्तियों
की जांच कराने की मांग की है। पटवारियों ने भी उठाई मुकदमे की मांग
दूसरी ओर जिला पटवार संघ की हुई बैठक में तय किया गया कि संघ के पदाधिकारियों के नेतृत्व में पटवारियों का दल मंगलवार को जिला कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित से मुलाकात कर पटवारी रामभरोसे लाल यादव के साथ मारपीट एवं अभद्रता करने वाले वकील मनीष रावत के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने की मांग करेगा। बैठक में पटवारियों ने इस बात पर रोष व्यक्त किया कि पुलिस ने अब तक मुकदमा दर्ज नहीं किया। बैठक की अध्यक्षता पटवार संघ के अध्यक्ष दीपक चौधरी ने की।