बार एसोसिएशन के सालाना चुनाव
कराने को लेकर वकीलों में खींचतान नहीं थम रही। वकीलों का एक गुट एक साल की अवधि के हिसाब से चुनाव की मांग कर रहा है। बार ने इसे गंभीरता से लिया है। बार पदाधिकारियों ने चुनाव को लेकर गुमराह करने या भ्रामक जानकारी देने वाले वकील की सदस्यता निलंबित करने की चेतावनी का बयान जारी किया है। इसी विवाद के चलते बार के पूर्व सचिव जितेन्द्र खेतावत मंगलवार से कोर्ट अवधि में अन्न त्याग का ऐलान
कर चुके हैं।
विवाद के बीच बार अध्यक्ष चंद्रभान सिंह राठौड़ व सचिव राजेश यादव ने बार संविधान के अनुसार दो वर्ष का कार्यकाल होना बताया। पदाधिकारियों के मुताबिक दिसंबर 2025 में बार के चुनाव होंगे। बार के पूर्व अध्यक्ष राजीव जोशी ने सोशल मीडिया पर बयान जारी कर चुनाव की मांग होने पर तत्काल चुनाव कराने की राय दी।
भ्रामक संदेश बार की गरिमा के खिलाफ…
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्रभान सिंह राठौड़ व सचिव राजेश कुमार यादव ने बार के
चुनावी मुद्दे पर लॉ कमेटी के हवाले से अधिवक्ताओं के व्हाट्सएप ग्रुपों पर चल रहे संदेश को हाईकोर्ट व बार की गरिमा के खिलाफ बताया। उन्होंने चुनाव के लिए कोई लॉ कमेटी गठित नहीं करने की जानकारी दी। बार पदाधिकारियों ने 2009 में बार के पंजीकृत संविधान का हवाला देते हुए कार्यकारिणी का पदाधिकारियों ने गुंजन कुमार बनाम राजस्थान बार काउंसिल की याचिका के 24 अगस्त 2023 को दिए निर्णय का हवाला भी दिया। जिसमें किसी बार के संविधान अनुसार चुनाव अवधि तय किए जाने की बात कही गई है।