थाना प्रभारी के निलंबन की मांग, कोर्ट के बाहर रास्ता जाम किया
वकीलों ने किया न्यायिक कार्य बहिष्कार, जिला अदालत में 4500, राजस्व मंडल में 1500 मुकदमों में पड़ी तारीख
चेतावनी दीः 24 घंटे में कार्रवाई नहीं की तो प्रदेशव्यापी आंदोलन, आज भी न्यायिक कार्य बहिष्कार करेंगे
अजमों एडवोकेट से सिविल लाइंस थाने में अभद्रता के विरोध में जिला बार एसोसिएशन के वकीलों ने मंगलवार को दूसरे दिन भी न्यायिक कार्यों का बहिष्कार किया। वकीलों ने कोर्ट के बाहर प्रदर्शन करते हुए सड़क पर बहन खड़े रास्ता जाम भी किया। अधिवक्ताओं ने विरोध जताते अदालत परिसर से पुलिसकर्मियों और कोर्ट एलसी को भी बाहर निकाल दिया। वकीलों ने अजमेर एसपी से सिविल लाइंस थाना प्रभारी को निलंबित करने की मांग की। मांग पूरी नहीं होने पर प्रदेशव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी।
वकीलों के विरोध के कारण मंगलवार को जिला अदालत, राजस्थान टैंकर बोर्ड, राजस्व मंडल व मुकदमों की सुनवाई नहीं हुई। जिला अदालत परिसर मैं करीबन 45 अदालतें हैं। प्रत्येक अदालत में 80 से 100 मुकदमे प्रतिदिन सुनवाई के लिए लगाए जाते हैं। पिछले दो दिनों में करीब 4500 मुकदमे की सुनवाई नहीं हो सकी। मुकदमों में पक्षकारों को तारीखें दी गई। राजस्व मंडल के 1500 मुकदमों में तारीख तब्दील हुई। राजस्थान कर बोर्ड, आरएए, डीसी, एडीसी सहित जिले की अन्य अदालतों में न्यायिक कार्य नहीं हुआ। राजस्व मंडल में सम्राटा पसरा रहा। वकीलों की संख्या भी. कम रही। वकील सीआई के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर बुधवार को भी हड़ताल पर रहेंगे। इसके बाद आगामी रणनीति पर निर्णय लिया जाएगा।
न्यायिक कार्य बहिष्कार के दौरान सेशन कोर्ट और रेवेन्यू बोर्ड परिसर में खाली पड़ी वकीलों की कुर्सियां तसा सेशन कोर्ट के बाहर वाहन चालकों को रोकते क्कील
जिला भार एसोसिएशन के अध्यक्ष साथी अधिवक्ता भानु प्रताप सिंह के साथ सिविल लाइन थाने में थाना प्रभारी की ओर से अपमानुजनक व्यवहार और वकील समुदाय पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है। इसके विरोध में 3 दिन का न्यायिक कार्य स्थगित रखने का फैसला लिया गया है। सोमवार को प्रदर्शन कर अजमेर एसपी बंदिता राणा को ज्ञापन भी दिया था। ज्ञापन देकर सिविल लाइन थाना अधिकारी छोटूलाल पर 24 घंटे में कार्रवाई नहीं होने पर प्रदेशव्यापी आंदोलन किया जा
थाने के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज निकलवाकर जांची जाए
एडवोकेट भानु प्रताप सिंह ने बताया कि 9 स्वबर को वह पक्षकार के बुलाने पर सिविल लाइंस थाने गए थे। उनका आरोब है कि वहां थाना प्रभारी छोटेलाल मीणा ने उनके साथ अभद्रता की। अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करते हुए बाहर निकल जाने को कहा। घटना के समय क्षेत्रीय पार्षद राजेंद्र सिंह राठौड़ व अन्य लोग मौजूद थे। उन्होंने कहा कि पुलिस थाने की सीसीटीवी के फुटेज चेक करने पर सारा घटनाक्रम पता चल जाएगा। जिला बार एसोसिएशन अजमेर के सचिव राजेश कुमार यादव ने अंताया कि जिला बार अध्यक्ष चंद्रभान सिंह राठौर की नेतृत्व में
वकीलों का आंदोलन जारी है। प्रदर्शन में चार उपाध्यक्ष गुलाब सिंह राजावत, शिवराज सिंह कुशवाहा, रोशन शमां, अनिल गौड, योगेंद्र ओइश, प्रशांत यादव, राजीव भारद्वाज, समीर काले, राजेश ईनाणी, भानु प्रताप, महिपाल, शिव प्रसाद, विक्रम सिंह, रश्चित कच्छाया, पीयूष जैन, श्याम पारीक, सुमित्रा पाठक, मौना सुकरिया, संदीप शर्मा, परमेश्वर खींची, देवी सिंह भाटी, अक्षय गोरा, सुनील दत्त, लक्ष्मण, चनश्याम चौरड़िया, गगन कमां, उदयसिंह शेखावत, दिनेश यादव, शाहरुख कुरैशी एवं बड़ी संख्या में अधिवक्ता मौजूद रहे।
वाहन रोके, स्कूटर के लात भी मारी
कोर्ट के बाहर रास्ता रोकने के दौरान कुछ वकीलों की राहगीरों से झड़प भी हो गई। कुछ वाहन चालक कोर्ट के बाहर से गुजर रहे थे उन्हें वापस लौटा दिया गया। वाहनों की हवा निकालने की चेतावनी भी दी गई। एक वकील ने एक स्कूटर सवार के स्कूटर पर लात भी मारी। पुलिस ने समझाइश कर मामला शांत करवाया।